संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में हिंदी पखवाड़ा à¤à¤µà¤‚ हिंदी दिवस समारोह की रिपोरà¥à¤Ÿ
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 01 से 14 सितंबर 2017 के दौरान हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठसंसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठआयोजित निबंध पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता के साथ हà¥à¤†à¥¤ दिनांक 04.09.2017 संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अधिकारियों/ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठआशà¥à¤à¤¾à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया गया है। दिनांक 07.09.2017 को संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अधिकारियों/ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठहिंदी टंकण पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया गया।
संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की “अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿”, साहितà¥à¤¯ समिति, के सहयोग से 09 à¤à¤µà¤‚ 10 सितंबर 2017 को संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ शहर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ कॉलेज के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिये विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िताओं का आयोजन किया गया।
दिनांक 09 सितंबर को संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठ“रचनातà¥à¤®à¤• लेखन” à¤à¤‚व “आवाज़ दिल की” नामक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया गया। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में लगà¤à¤— 40 छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया।
संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ हिंदी के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ है। इसी उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ के पूरà¥à¤¤à¤¿ हेतॠसंसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ ने संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अतिरिकà¥à¤¤ दिनांक 10 सितंबर 2017 को अंतर-संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हिंदी वाद-विवाद à¤à¤µà¤‚ बस ये पल (आशà¥à¤à¤¾à¤·à¤£) पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया ताकि राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° को à¤à¤• नई दिशा मिलें। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ सहित शहर के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित कॉलेजों के 20 से अधिक छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया।
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में निरà¥à¤£à¤¾à¤¯à¤• मंडल के सदसà¥à¤¯ के रूप में पà¥à¤°à¥‹. पà¥à¤°à¥‡à¤® चंद पांडे, डॉ. अंकà¥à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, डॉ. तबरेज़ खान à¤à¤µà¤‚ डॉ. राज कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। संपूरà¥à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का समनà¥à¤µà¤¯à¤¨ अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ टीम (अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿) ने पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€, राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¤•à¤• के संरकà¥à¤·à¤£ में किया।
14.09.2017 को हिंदी दिवस à¤à¤µà¤‚ हिंदी पखवाड़ा का समापन समारोह का आयोजन किया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन विधिवतॠरूप से अतिथियों के पà¥à¤·à¥à¤ªà¤—à¥à¤šà¥à¤› के साथ हà¥à¤†à¥¤ इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¥‹. आर. रमेश, वरिषà¥à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¸à¤‚धान संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° à¤à¤µà¤‚ समानà¥à¤¨à¤¿à¤¤ अतिथि पà¥à¤°à¥‹. पà¥à¤°à¥‡à¤® चनà¥à¤¦ पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯, वरिषà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•, à¤à¤¾.पà¥à¤°à¥Œ.सं. à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° थे| डॉ. राज कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ करते हà¥à¤ राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ के इतिहासिक पहलà¥à¤“ं को उजागर करते हà¥à¤ राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ की महतà¥à¤¤à¤¾ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला à¤à¤µà¤‚ माननीय गृहमंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ राजनाथ सिंह जी का सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ पॠकर सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° वितरण किया गया| मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¥‹. आर. रमेश à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ अतिथि पà¥à¤°à¥‹. पी.सी.पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯ ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता के विजेताओं को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¥ƒà¤¤ किया| डॉ. रजनीश कà¥à¤®à¤¾à¤° लोहानी, पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• गाà¤à¤§à¥€ इंजीनियरिंग कॉलेज à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° ने उपासà¥à¤¥à¤¿à¤¤ लोगो को संबोधित किया à¤à¤µà¤‚ हिंदी के विसà¥à¤¤à¤¾à¤° पर जोर दिया| पà¥à¤°à¥‹. पी.सी.पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯ ने अपने संबोधन में हिंदी बोलने à¤à¤µà¤‚ हिंदी में कारà¥à¤¯ पर गरà¥à¤µ करने को कहा| मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¥‹. आर. रमेश ने अपने संबोंधन में अपने छातà¥à¤° जीवन के समय तमिलनाडॠमें हिंदी विरोधी लहर के वावजूद हिंदी सिखने à¤à¤µà¤‚ हिंदी से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हà¥à¤ लाठको उजागर किया| अपने संबोधन में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤·à¤¾ सिखने से मसà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤• कि कोशिकाà¤à¤‚ सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ होती है और सà¥à¤®à¤°à¤£ शकà¥à¤¤à¤¿ बढती है| कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का समापन पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ (राजà¤à¤¾à¤·à¤¾) के धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ à¤à¤µà¤‚ हिंदी à¤à¤‚ड मशहूर कवि शà¥à¤°à¥€ दà¥à¤·à¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ कà¥à¤®à¤¾à¤° की कविता “आग जलनी चाहिऔ के पाठसे हà¥à¤†|