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नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (के.), भुवनेश्वर की 61 वीं बैठक-सह-कार्यशाला

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के स्थाई परिसर अरगुल में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (केन्द्रीय) की 61वीं अर्धवार्षिक बैठक 30 अगस्त, 2017 को नराकास अध्यक्ष एवं निदेशक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भुवनेश्वर प्रो. आर. वी. राजकुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में राजभाषा क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय, कोलकाता के उपनिदेशक श्री निर्मल कुमार दुबे बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। बैठक में भुवनेश्वर स्थित भारत सरकार के विभिन्न कार्यालयों के प्रमुख/हिन्दी कार्य से जुड़े कार्मिकों ने कार्यालयीन कार्य में राजभाषा हिन्दी की प्रगति एवं प्रसार को लेकर गंभीर विचार-विमर्श किया। प्रो. राजकुमार ने अपने संबोधन में कहा कि जब कभी भी ऐसी कोई कार्यालयीन फाइल उनके समक्ष मंजूरी के लिए आती है जिसकी भाषा हिन्दी हो तो उन्हें अति प्रसन्नता होती है। उन्होंने सभी कार्यालयों से अपने अधिकाधिक कार्य हिन्दी में करने का आग्रह किया। इस अभियान को कारगर बनाने के लिए उन्होंने शुरुवात में छोटे-छोटे कार्यों/टिप्पणियों को हिन्दी में लिखने की सलाह दी।

          इस अवसर पर श्री निर्मल कुमार दुबे ने राजभाषा को लेकर सरकारी नियमों की व्याख्या की और कहा कि यह सब के सहयोग से ही अपने निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर पाएगी। उन्होंने सभी कार्यालय प्रमुखों से यह अपील की वे अपने अधीनस्थ कार्मिकों द्वारा किए गए हिन्दी कार्यों के लिए उनकी सराहना करें तथा उन्हें प्रोत्साहित करें।

          शहर के अन्य कार्यालयों से शामिल होने वाले वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपने-अपने विचार रखे और सबने अध्यक्ष प्रो. आर. वी. राजकुमार से ये अनुरोध किया कि वे इसका विभाजन न होने दें तथा इसके बैनर तले हिन्दी के संवर्धन हेतु अन्य कार्यक्रम भी आयोजित करें।

          हिन्दी-कार्य को लेकर आने वाली कठिनाइयों एवं नियमों को विस्तार से समझाने एवं ऑनलाइन रिपोर्ट जमा करने आदि के प्रशिक्षण हेतु  31 अगस्त, 2017 को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्री निर्मल दुबे ने उपस्थित हिन्दी  कार्मिकों को प्रशिक्षित किया। इस अवसर पर प्राख्यात वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद प्रो. प्रेम चंद पांडेय, आईआईटी भुवनेश्वर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे प्रो. पांडेय ने अपने संबोधन में देश की एकता को बरकरार रखने में भाषा महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

   
   

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