हिंदी पखवाड़ा 2016 : à¤à¤• रिपोरà¥à¤Ÿ (01-14 सितंबर 2016)
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 01 से 14 सितंबर 2016 के दौरान हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठसंसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठआयोजित निबंध पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता के साथ हà¥à¤†à¥¤ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की “अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿”, साहितà¥à¤¯ समिति के सहयोग से 03 à¤à¤µà¤‚ 04 सितंबर 2016 को संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ शहर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ कॉलेज के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिये विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िताओं का आयोजन किया गया।
दिनांक 03 सितंबर को संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठ“रचनातà¥à¤®à¤• लेखन” à¤à¤‚व “आवाज़ दिल की” नामक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया गया। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में लगà¤à¤— 60 छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया।
संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ हिंदी के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ है। इसी उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ के पूरà¥à¤¤à¤¿ हेतॠसंसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ ने पहली बार संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अतिरिकà¥à¤¤ दिनांक 04 सितंबर 2016 को अंतर-संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हिंदी वाद-विवाद à¤à¤µà¤‚ बस ये पल (आशà¥à¤à¤¾à¤·à¤£) पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया ताकि राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° को à¤à¤• नई दिशा मिलें। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ सहित शहर के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित कॉलेजों में से सेंचà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¨ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤²à¤¯ की दो टीमों à¤à¤µà¤‚ GITA कॉलेज के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ सहित 15 छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया।
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में निरà¥à¤£à¤¾à¤¯à¤• मंडल के सदसà¥à¤¯ के रूप में पà¥à¤°à¥‹. पà¥à¤°à¥‡à¤® चंद पांडे, डॉ. राजन à¤à¤¾, डॉ. सैयद हिलाल फारà¥à¤•à¤¼ à¤à¤‚व डॉ. राज कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह, डॉ. अंकà¥à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। संपूरà¥à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का समनà¥à¤µà¤¯à¤¨ शà¥à¤°à¥€ विवेक पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सिंह à¤à¤‚व उनकी टीम (अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿) ने डॉ. राज कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह, पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€, राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¤•à¤• के संरकà¥à¤·à¤£ में किया।
दिनांक 06.09.2016 संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अधिकारियों/ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठआशà¥à¤à¤¾à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया गया है।
दिनांक 09.09.2016 को संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अधिकारियों/ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठहिंदी टंकण पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया गया।
14.09.2016 को हिंदी दिवस à¤à¤µà¤‚ हिंदी पखवाड़ा का समापन समारोह का आयोजन किया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन विधिवतॠरूप से अतिथियों के पà¥à¤·à¥à¤ªà¤—à¥à¤šà¥à¤› के साथ हà¥à¤†à¥¤ डॉ. राज कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ करते हà¥à¤ राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ के इतिहास पहलà¥à¤“ं को उजागर करते हà¥à¤ राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ की महतà¥à¤¤à¤¾ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला। ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ शà¥à¤°à¥€ नितिन जैन ने माननीय गृह मंतà¥à¤°à¥€ का हिंदी दिवस के उपलकà¥à¤·à¥à¤¯ पर जारी संदेश का पठन किया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कर रहे डॉ. डी. गà¥à¤£à¤¸à¥‡à¤•à¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ अतिथि के रूप में पà¥à¤°à¥‹. पी. सी. पांडेय ने अपने सारगरà¥à¤à¤¿à¤¤ संबोधनों से उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सà¤à¥€ संकाय सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚/ अधिकारियों/ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚/ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ किया।
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° वितरण समारोह में सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठआयोजित पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता हेतॠउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¥ƒà¤¤ किया गया। अंतर संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ "वाद-विवाद" पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° सेंचà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¨ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ "बस ये पल" पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤°, शà¥à¤°à¥€ कारà¥à¤¤à¤¿à¤• पांडेय, (à¤à¤¾,पà¥à¤°à¥Œ.सं. à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤°), दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ कà¥à¤¶ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤¤ साहू (सेंचूरियन विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯) और तृतीय पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ सचिन लांबा को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठआयोजित
"रचनातà¥à¤®à¤• लेखन" में पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ किरनदीप कौर, दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का मिशà¥à¤°à¤¾, तृतीय पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° सचिन लामà¥à¤¬à¤¾, सांतà¥à¤µà¤¨à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° कà¥à¤°à¤®à¤¶à¤ƒ कà¥à¤®à¤¾à¤° शà¥à¤à¤®à¥ à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ अंचला को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ "आवाज़ दिल की" पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ अनॠपà¤à¤µà¤¾à¤°, दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° किरनदीप कौर, तृतीय पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° अनà¥à¤°à¥‹à¤§ पोरवाल को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤
इसके साथ ही संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठआयोजित "निबंध" पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¤ घोष, कनिषà¥à¤ अधीकà¥à¤·à¤• और दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सà¥à¤®à¥à¤°à¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤®à¤°à¤£à¤¿à¤•à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤° को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ "आशà¥à¤à¤¾à¤·à¤£" पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ निहार रंजन पंडा, दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ पी.के. साहू, सहायक कà¥à¤²à¤¸à¤šà¤¿à¤µ (à¤.à¤à¤µà¤‚.कà¥à¤°) और तृतीय पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ यमà¥à¤¨à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦, कनिषà¥à¤ अधीकà¥à¤·à¤• को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ हिंदी टंकण पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¬à¥à¤°à¤¤ घोष और दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° पी. गिरेष कà¥à¤®à¤¾à¤° को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कर रहे डॉ. डी. गणसेकरण ने संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में अनà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ की राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ नीतियों की जानकारी दी और संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ पर अपने विचार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अधिकाधिक काम हिंदी में करने हेतॠपà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ किया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ अतिथि के रूप में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¥‹. पी.से.पांडेय, पृथà¥à¤µà¥€, महासागर à¤à¤µà¤‚ जलवायॠविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€à¤ ने राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¤•à¤• दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठजा रहे पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ की सराहना की और हिंदी दिवस के अनà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ संबंधी पहलà¥à¤“ं पर उजागर किया। साथ ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की रचनाशीलता à¤à¤µà¤‚ उतà¥à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• विचारों की सराहना की
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का समापन शà¥à¤°à¥€ नितिन जैन के धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ से हà¥à¤†à¥¤